बाल कथाएँ कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Children Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and c...Read More


Categories
Featured Books

नागमणि की खोज By ANOKHI JHA

यह कहानी एक छोटे से गाँव की है, जो घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच स्थित था। यहाँ के लोग अपनी साधारण और शांतिपूर्ण ज़िन्दगी जी रहे थे, लेकिन उनके दिलों में हमेशा किसी अद्भुत रहस्य क...

Read Free

मीठा बोलने में कंजूसी नहीं करनी चाहिये... ! By DINESH KUMAR KEER

नेत्रहीन संतएक बार एक राजा अपने सहचरों के साथ शिकार खेलने जंगल में गया था । वहाँ शिकार के चक्कर में एक दूसरे से बिछड़ गये और एक दूसरे को खोजते हुये राजा एक नेत्रहीन संत की कुटिया म...

Read Free

मैं हूँ गुड़िया..... तुम्हारा डाकिया चाचा.. By pooja

समय निकलता गया।महीने ,दो महीने में जब कभी उस लड़की के लिए कोई डाक आती, डाकिया एक आवाज देता और जब तक वह लड़की दरवाजे तक न आती तब तक इत्मीनान से डाकिया दरवाजे पर खड़ा रहता।धीरे धीरे...

Read Free

T BHATI INDIAN By ARJUN ram BHATI

राजू – मुख्य किरदार, जिसका सपना है 1 करोड़ रुपये पाना। मोहन – राजू का दोस्त, जो उसकी हर कल्पना पर हंसता है। सोहन – भोला दोस्त, जो हर बात पर विश्वास करता है। शिक्षक – समझदार व्यक्ति...

Read Free

तेरी मेरी यारी - 12 (अंतिम भाग) By Ashish Kumar Trivedi

       (12)मकान पर पहुँच कर संजय ने दरवाज़ा खटखटाया। रॉकी ने पूरी तसल्ली कर दरवाज़ा खोल दिया। संजय के साथ पूरी फुर्ती से इंस्पेक्टर आकाश सब इंस्पेक्टर राशिद और कबीर भी भीतर घुस गए।...

Read Free

हिरन और चूहा By DINESH KUMAR KEER

1. आज्ञा पालन एक समय की बात है। रेगिस्तान के किनारे स्थित एक गाँव में एक व्यापारी रहता था। वह ऊँटों का व्यापार करता था। वह ऊँटों के बच्चों को खरीदकर उन्हें शक्तिशाली बनाकर बेचा करत...

Read Free

पंकज एस चाइल्डहुड ? By PC Publisher

पंकज एस चाइल्डहुड लेखक के बारे में:-मेरा नाम पंकज मोदक है। में एक लघु कहानीकार हुं।‌ मेरा जन्म इंडिया देश के एक गांव चन्दाहा में हुआ। जो झारखंड राज्य में स्थित है। मेरे पिताजी शंकर...

Read Free

Thursty Crow By Vikash Kumar

 यह एक गर्म गर्मी का दिन था। एक प्यासा कौआ पानी की तलाश में एक गाँव में पहुँचा। कौआ घरों, खेतों और पेड़ों पर उड़ गया। लेकिन उसे कही पानी नहीं मिला। बहुत समय बाद, वह एक खेत में आया।...

Read Free

बाल कविताएँ By DINESH KUMAR KEER

बाल कविताएँ ### 1. **सूरज की किरण**सूरज की किरण आई,  संग में उजियारा लाई।  बच्चों ने ताली बजाई,  खुशियों की टोली आई।### 2. **नन्हा तारा**आसमान में तारा चमका,  नन्हा सा वो प्यारा चम...

Read Free

कौवा बाबा By Kishore Sharma Saraswat

कौवा बाबा   गोपी यूँ तो सुबह जल्दी उठने में कंजूसी बरतता था, परन्तु आजकल गर्मियों की सुस्ती भरी भोर भी उसे बिस्तर पर रोक पाने में अपने को ठगा सा महसूस कर रही थी। मानो अस्सी वर्ष का...

Read Free

आम का बगीचा - भाग 3 By pooja

'जन्मदिन, 10 जून... हम तो भूल ही गए थे।' रानी ख़ुशी के मारे तालियां बजानेमास्टर जी गहरी सोच में डूब गए। सबकुछ तो ठीक है, लेकिन सालों से जिसे आम भेज रहे हैं, वह बेटा उनकी सु...

Read Free

एक बस स्टॉप By Birendrapatel

    [Bk] एक बस स्टॉप डरावनी कहानीबच्चों के लिए भूत की कहानियाँ || बस स्टॉप डरावनी कहानी || डरावनी कहानी || असली डरावनी कहानी || भूत उपन्यास  ·अनुसरण करना3 मिनट पढ़ें·26 अगस्त 2024 ...

Read Free

जादू वाला बर्तन By Bharati babbar

डिगरी की सुबह से सिट्टीपिट्टी ग़ुम है। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा कि अब आगे क्या होगा या हो सकता है। जो कुछ उसने देखा वह जादू से कम नहीं था। वह अभी तक स्वयं को आश्वस्त नहीं कर पा रही कि...

Read Free

विवान द सुपर स्टार - 3 By Himanshu Singh

अपने माता-पिता के इस तरह के व्यवहार से अब विवान बदतमीज भी हो चुका था। वह फोन मे जिस भी तरह की वीडियो देखता या सुनता वह उसी तरह का व्यवहार अपने माता पिता के साथ करने लगा।वह कभी अपने...

Read Free

डरावनी गुड़िया By sarita baghela

आशा अपने दोस्तों के साथ में गुड़िया से खेल रही थी।"आशा! जल्दी से मैरे पास आओ, बड़ी दीदी के घर चलना है। वहाँ पर कार्यक्रम है। तैयार हो जाओ।"मां ने प्यार से समझाया।"नहीं मुझे कहीं नह...

Read Free

मोर और तितलियों की कहानी By MB (Official)

घने जंगल में एक विशाल नदी बहती थी, जिसका पानी नीला और साफ था। नदी के किनारे हरे-भरे पेड़, रंग-बिरंगे फूल और अनेक प्रकार के जानवर रहते थे। उस जंगल में एक सुंदर और आकर्षक मोर रहता था...

Read Free

आपकी मुस्कान By DINESH KUMAR KEER

1. विकास और विशालविकास - "विशाल! तुम्हारे पास मेरी पेन्सिल है क्या?"विशाल - "नहीं दोस्त! मेरे पास तुम्हारी पेन्सिल नहीं है।... ये देखो, केवल मेरे पास मेरी ही पेन्सिल है, जो कि मैंन...

Read Free

खरगोश और कछुआ की दोस्ती By DINESH KUMAR KEER

दोस्तीएक समय की बात है। बीहड़ में खरगोश और कछुआ रहते थे। दोनों में दोस्ताना थी। दोनों सुन्दर से बीहड़ में दूर - दूर तक सैर करते। दोनों में से कोई भी अगर समय पर एक निश्चित स्थान पर...

Read Free

बाल वाटिका By DINESH KUMAR KEER

बाल वाटिकाएक सुदूर गाँव में एक विद्यालय था। वहाँ ग्रामवासियों का मुख्य कार्य खेती और दिहाड़ी मजदूरी का था। माता - पिता के काम पर जाने के बाद उनके छोटे - छोटे बच्चे वहीं मोहल्ले में...

Read Free

असर उत्सव का By DINESH KUMAR KEER

1. असर उत्सव काअगस्त महीने की पन्द्रह तारीख थी। पूरे देश में स्वतन्त्रता दिवस का उत्सव लगभग एक सप्ताह से चल रहा था। विद्यालय तथा ग्राम सभा से निकलने वाली रैलियाँ सबको आकर्षित कर रह...

Read Free

कबूतरों का झुण्ड By DINESH KUMAR KEER

1. कबूतरों का झुण्डकबूतरों का झुण्ड भोजन की तलाश में इधर - उधर भटक रहा था। वहीं दूसरी तरफ एक शिकारी पक्षियों को पकड़ने की योजना बना रहा था। बहुत कोशिश करने के बाद भी कबूतरों का झुण...

Read Free

बगुला और सांप By DINESH KUMAR KEER

बगुला और सांप की कहानी - अनीश और अमितएक बार एक सुंदर व सुशील लड़का था, जिसका नाम अनीश था । वह बहुत ही नेक और ईमानदार और दयालु था । वह सदा पढ़ाई में आगे रहता था । वह सभी गुरुजनों, अ...

Read Free

लोमड़ी और मुर्गी By DINESH KUMAR KEER

बाल कहानी :- लोमड़ी और मुर्गीएक बार एक जंगल में एक मुर्गी और लोमड़ी कहीं बाहर भोजन की तलाश में जा रही थीं। उन दोनों में गहरी दोस्ती थी। मुर्गी पेड़ पर चढ़ जाती और जैसे ही उसे लोमड़...

Read Free

एक - दूसरे का सहयोग By DINESH KUMAR KEER

किसानबहुत दिनों की बात है । एक गाँव में एक किसान रहता था । उसका स्वभाव बहुत अच्छा था । वह सबकी मदद करता था । किसान के पास एक गाय थी । किसान को गाय बहुत प्रिय थी । खेती का काम करने...

Read Free

अमन और चमन By DINESH KUMAR KEER

बाल कहानी - अमन और चमनशरारती अमनअमन और चमन दो बहुत अच्छे दोस्त थे। चमन थोड़ा शान्त और सरल स्वभाव का था, पर अमन को कभी - कभी शरारत सूझती। वह किसी को भी अटपटे से झूठ बोलकर डरा देता औ...

Read Free

पर-कटी पाखी - 10. पर-कटी फुर्र. By Anand Vishvas

10. पर-कटी फुर्र. *पर-कटी चिड़िया* से चिरौंटे के मिलने का सिलसिला आज भी बन्द नहीं हुआ था। हाँ, इतना तो जरूर था कि कभी कभार चिरौंटे की जगह *पर-कटी* के बेटा-बेटी आ जाया करते थे। शायद...

Read Free

नागमणि की खोज By ANOKHI JHA

यह कहानी एक छोटे से गाँव की है, जो घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच स्थित था। यहाँ के लोग अपनी साधारण और शांतिपूर्ण ज़िन्दगी जी रहे थे, लेकिन उनके दिलों में हमेशा किसी अद्भुत रहस्य क...

Read Free

मीठा बोलने में कंजूसी नहीं करनी चाहिये... ! By DINESH KUMAR KEER

नेत्रहीन संतएक बार एक राजा अपने सहचरों के साथ शिकार खेलने जंगल में गया था । वहाँ शिकार के चक्कर में एक दूसरे से बिछड़ गये और एक दूसरे को खोजते हुये राजा एक नेत्रहीन संत की कुटिया म...

Read Free

मैं हूँ गुड़िया..... तुम्हारा डाकिया चाचा.. By pooja

समय निकलता गया।महीने ,दो महीने में जब कभी उस लड़की के लिए कोई डाक आती, डाकिया एक आवाज देता और जब तक वह लड़की दरवाजे तक न आती तब तक इत्मीनान से डाकिया दरवाजे पर खड़ा रहता।धीरे धीरे...

Read Free

T BHATI INDIAN By ARJUN ram BHATI

राजू – मुख्य किरदार, जिसका सपना है 1 करोड़ रुपये पाना। मोहन – राजू का दोस्त, जो उसकी हर कल्पना पर हंसता है। सोहन – भोला दोस्त, जो हर बात पर विश्वास करता है। शिक्षक – समझदार व्यक्ति...

Read Free

तेरी मेरी यारी - 12 (अंतिम भाग) By Ashish Kumar Trivedi

       (12)मकान पर पहुँच कर संजय ने दरवाज़ा खटखटाया। रॉकी ने पूरी तसल्ली कर दरवाज़ा खोल दिया। संजय के साथ पूरी फुर्ती से इंस्पेक्टर आकाश सब इंस्पेक्टर राशिद और कबीर भी भीतर घुस गए।...

Read Free

हिरन और चूहा By DINESH KUMAR KEER

1. आज्ञा पालन एक समय की बात है। रेगिस्तान के किनारे स्थित एक गाँव में एक व्यापारी रहता था। वह ऊँटों का व्यापार करता था। वह ऊँटों के बच्चों को खरीदकर उन्हें शक्तिशाली बनाकर बेचा करत...

Read Free

पंकज एस चाइल्डहुड ? By PC Publisher

पंकज एस चाइल्डहुड लेखक के बारे में:-मेरा नाम पंकज मोदक है। में एक लघु कहानीकार हुं।‌ मेरा जन्म इंडिया देश के एक गांव चन्दाहा में हुआ। जो झारखंड राज्य में स्थित है। मेरे पिताजी शंकर...

Read Free

Thursty Crow By Vikash Kumar

 यह एक गर्म गर्मी का दिन था। एक प्यासा कौआ पानी की तलाश में एक गाँव में पहुँचा। कौआ घरों, खेतों और पेड़ों पर उड़ गया। लेकिन उसे कही पानी नहीं मिला। बहुत समय बाद, वह एक खेत में आया।...

Read Free

बाल कविताएँ By DINESH KUMAR KEER

बाल कविताएँ ### 1. **सूरज की किरण**सूरज की किरण आई,  संग में उजियारा लाई।  बच्चों ने ताली बजाई,  खुशियों की टोली आई।### 2. **नन्हा तारा**आसमान में तारा चमका,  नन्हा सा वो प्यारा चम...

Read Free

कौवा बाबा By Kishore Sharma Saraswat

कौवा बाबा   गोपी यूँ तो सुबह जल्दी उठने में कंजूसी बरतता था, परन्तु आजकल गर्मियों की सुस्ती भरी भोर भी उसे बिस्तर पर रोक पाने में अपने को ठगा सा महसूस कर रही थी। मानो अस्सी वर्ष का...

Read Free

आम का बगीचा - भाग 3 By pooja

'जन्मदिन, 10 जून... हम तो भूल ही गए थे।' रानी ख़ुशी के मारे तालियां बजानेमास्टर जी गहरी सोच में डूब गए। सबकुछ तो ठीक है, लेकिन सालों से जिसे आम भेज रहे हैं, वह बेटा उनकी सु...

Read Free

एक बस स्टॉप By Birendrapatel

    [Bk] एक बस स्टॉप डरावनी कहानीबच्चों के लिए भूत की कहानियाँ || बस स्टॉप डरावनी कहानी || डरावनी कहानी || असली डरावनी कहानी || भूत उपन्यास  ·अनुसरण करना3 मिनट पढ़ें·26 अगस्त 2024 ...

Read Free

जादू वाला बर्तन By Bharati babbar

डिगरी की सुबह से सिट्टीपिट्टी ग़ुम है। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा कि अब आगे क्या होगा या हो सकता है। जो कुछ उसने देखा वह जादू से कम नहीं था। वह अभी तक स्वयं को आश्वस्त नहीं कर पा रही कि...

Read Free

विवान द सुपर स्टार - 3 By Himanshu Singh

अपने माता-पिता के इस तरह के व्यवहार से अब विवान बदतमीज भी हो चुका था। वह फोन मे जिस भी तरह की वीडियो देखता या सुनता वह उसी तरह का व्यवहार अपने माता पिता के साथ करने लगा।वह कभी अपने...

Read Free

डरावनी गुड़िया By sarita baghela

आशा अपने दोस्तों के साथ में गुड़िया से खेल रही थी।"आशा! जल्दी से मैरे पास आओ, बड़ी दीदी के घर चलना है। वहाँ पर कार्यक्रम है। तैयार हो जाओ।"मां ने प्यार से समझाया।"नहीं मुझे कहीं नह...

Read Free

मोर और तितलियों की कहानी By MB (Official)

घने जंगल में एक विशाल नदी बहती थी, जिसका पानी नीला और साफ था। नदी के किनारे हरे-भरे पेड़, रंग-बिरंगे फूल और अनेक प्रकार के जानवर रहते थे। उस जंगल में एक सुंदर और आकर्षक मोर रहता था...

Read Free

आपकी मुस्कान By DINESH KUMAR KEER

1. विकास और विशालविकास - "विशाल! तुम्हारे पास मेरी पेन्सिल है क्या?"विशाल - "नहीं दोस्त! मेरे पास तुम्हारी पेन्सिल नहीं है।... ये देखो, केवल मेरे पास मेरी ही पेन्सिल है, जो कि मैंन...

Read Free

खरगोश और कछुआ की दोस्ती By DINESH KUMAR KEER

दोस्तीएक समय की बात है। बीहड़ में खरगोश और कछुआ रहते थे। दोनों में दोस्ताना थी। दोनों सुन्दर से बीहड़ में दूर - दूर तक सैर करते। दोनों में से कोई भी अगर समय पर एक निश्चित स्थान पर...

Read Free

बाल वाटिका By DINESH KUMAR KEER

बाल वाटिकाएक सुदूर गाँव में एक विद्यालय था। वहाँ ग्रामवासियों का मुख्य कार्य खेती और दिहाड़ी मजदूरी का था। माता - पिता के काम पर जाने के बाद उनके छोटे - छोटे बच्चे वहीं मोहल्ले में...

Read Free

असर उत्सव का By DINESH KUMAR KEER

1. असर उत्सव काअगस्त महीने की पन्द्रह तारीख थी। पूरे देश में स्वतन्त्रता दिवस का उत्सव लगभग एक सप्ताह से चल रहा था। विद्यालय तथा ग्राम सभा से निकलने वाली रैलियाँ सबको आकर्षित कर रह...

Read Free

कबूतरों का झुण्ड By DINESH KUMAR KEER

1. कबूतरों का झुण्डकबूतरों का झुण्ड भोजन की तलाश में इधर - उधर भटक रहा था। वहीं दूसरी तरफ एक शिकारी पक्षियों को पकड़ने की योजना बना रहा था। बहुत कोशिश करने के बाद भी कबूतरों का झुण...

Read Free

बगुला और सांप By DINESH KUMAR KEER

बगुला और सांप की कहानी - अनीश और अमितएक बार एक सुंदर व सुशील लड़का था, जिसका नाम अनीश था । वह बहुत ही नेक और ईमानदार और दयालु था । वह सदा पढ़ाई में आगे रहता था । वह सभी गुरुजनों, अ...

Read Free

लोमड़ी और मुर्गी By DINESH KUMAR KEER

बाल कहानी :- लोमड़ी और मुर्गीएक बार एक जंगल में एक मुर्गी और लोमड़ी कहीं बाहर भोजन की तलाश में जा रही थीं। उन दोनों में गहरी दोस्ती थी। मुर्गी पेड़ पर चढ़ जाती और जैसे ही उसे लोमड़...

Read Free

एक - दूसरे का सहयोग By DINESH KUMAR KEER

किसानबहुत दिनों की बात है । एक गाँव में एक किसान रहता था । उसका स्वभाव बहुत अच्छा था । वह सबकी मदद करता था । किसान के पास एक गाय थी । किसान को गाय बहुत प्रिय थी । खेती का काम करने...

Read Free

अमन और चमन By DINESH KUMAR KEER

बाल कहानी - अमन और चमनशरारती अमनअमन और चमन दो बहुत अच्छे दोस्त थे। चमन थोड़ा शान्त और सरल स्वभाव का था, पर अमन को कभी - कभी शरारत सूझती। वह किसी को भी अटपटे से झूठ बोलकर डरा देता औ...

Read Free

पर-कटी पाखी - 10. पर-कटी फुर्र. By Anand Vishvas

10. पर-कटी फुर्र. *पर-कटी चिड़िया* से चिरौंटे के मिलने का सिलसिला आज भी बन्द नहीं हुआ था। हाँ, इतना तो जरूर था कि कभी कभार चिरौंटे की जगह *पर-कटी* के बेटा-बेटी आ जाया करते थे। शायद...

Read Free